नई दिल्ली: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर जोरदार हमला किया। इस कार्रवाई में न सिर्फ आतंकियों के अड्डे नष्ट हुए, बल्कि पाकिस्तान को भी कड़ा संदेश मिला। भारत की सेना ने उन आतंकियों को सबक सिखाया, जिन्हें पाकिस्तान पनाह देता था। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा के हाफिज सईद के ठिकाने पूरी तरह बर्बाद हो गए। आइए, इस ऑपरेशन की पूरी कहानी को आसान शब्दों में समझते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की एक बड़ी कार्रवाई थी। इस हमले का मकसद उन आतंकियों को खत्म करना था, जो भारत में हमले करते थे। भारत ने इस ऑपरेशन में बहावलपुर, पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को निशाना बनाया, जहां मसूद अजहर का परिवार रहता था।
मसूद अजहर का ठिकाना खंडहर में बदला
मसूद अजहर, जो भारत में कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार है, उसके बहावलपुर स्थित मुख्यालय को भारतीय सेना ने मिनटों में तबाह कर दिया। इस हमले में मसूद के 14 लोग मारे गए, जिनमें 10 उसके परिवार के थे। मसूद ने खुद कबूल किया कि उसका पूरा ठिकाना बर्बाद हो गया। अब वहां सिर्फ खंडहर बचा है। मसूद ने दुखी होकर कहा, “काश मैं ही मर जाता।”
हाफिज सईद के आतंकी अड्डों पर कहर
हाफिज सईद, लश्कर-ए-तैयबा का सरगना, भी भारत के हमले से नहीं बच सका। भारतीय सेना ने उसके ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। हाफिज सईद कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, जिनमें शामिल हैं:
- 26/11 मुंबई हमला (2008): 160 से ज्यादा लोग मारे गए।
- सोनमर्ग हमला (2024): 8 लोग मारे गए, जिनमें 7 गरीब मजदूर थे।
- रियासी हमला (2024): 9 लोगों की जान गई।
- पहलगाम हमला (2024): 22 पर्यटकों को गोली मारी गई।
इन हमलों के लिए जिम्मेदार हाफिज सईद के अड्डे अब मिट्टी में मिल गए हैं।
मसूद अजहर के गुनाह
मसूद अजहर ने भारत में कई खतरनाक आतंकी हमले कराए। उसके कुछ बड़े गुनाह इस तरह हैं:
- संसद भवन हमला (2001): 9 लोग मारे गए।
- जम्मू-कश्मीर विधानसभा हमला (2001): 38 लोगों की मौत।
- पठानकोट एयरबेस हमला (2016): 5 जवान शहीद हुए।
- पुलवामा हमला (2019): 40 जवानों की जान गई।
इन हमलों ने भारत को झकझोर दिया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने मसूद के आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह खत्म कर दिया।
भारत का कड़ा संदेश
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया कि अब भारत आतंकियों को बख्शेगा नहीं। पाकिस्तान ने खुद कबूल किया कि इस हमले में उसके 26 लोग मारे गए, लेकिन असल संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। भारत ने दिखा दिया कि वह आतंकियों को चुन-चुनकर सबक सिखाने की ताकत रखता है।
नया भारत, नई ताकत
यह ऑपरेशन न सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि यह नए भारत की ताकत का प्रतीक भी है। भारत ने साबित कर दिया कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का एक शानदार उदाहरण है। इस कार्रवाई ने मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों को घुटनों पर ला दिया। भारत ने न सिर्फ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान को भी साफ संदेश दिया कि आतंकवाद को पनाह देने की कीमत चुकानी पड़ेगी। यह ऑपरेशन हर भारतीय के लिए गर्व का पल है, जो दिखाता है कि हमारा देश अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।